उस दशक का आगाज़ है साहेब की मुहाल है अब सादगी में जीवन आवोहवा में घुली है जहर आधुनिकता की खामोशी और कब्र के हवालें है पाक जीवन। #मेरे_जज्बात008 #कामिल_कवि #कुणाल #yqdidi #yqbaba #kunu