बहरों से बातचीत की कोशिश जारी है, यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है।। सब कुछ कर के भी हम कुछ नहीं करते, जो कुछ नहीं करते ,वो सब सत्ता धारी हैं।। शक्लें बदलने से शरीर नहीं बदला करते, तो भी गाँवों को शहर बनाने की तैयारी है।। सरकार तमगे लगाए फिरती है सीने पे, जबकि मुल्क में भूख अब भी महामारी है।। रोटी,कपड़ा, मकान मिलके भी नहीं मिलते, क्या करे जनता,योजनाएँ सब सरकारी हैं।। मुझे मालूम है कि क्या हाल होना है मेरा, पर करुं में, मुझे भी वतन की खुदारी है।। ©Ehssas Speaker #This is the rarest disease of the century..