जो है गरीब उनकी जरूरते कम हैं कम हैं जरुरते तो मुसीबतें कम हैं हम मिलजुल कर गाते गरीबों की महिमा लेकिन अमीरों के तो गम ही गम हैं वे नंगे रहते हैं बड़े मज़े में वे भूखे रह लेते हैं बड़े मज़े में अमीरो को कपड़ों पर और चाहिए कपड़े खाते- खाते उनकी नाक में दम है ©Akki Chahar #commonman komal sindhe.