तेरी फ़िक्र को मेरी फ़िक्र की फ़िक्र ही नहीं तो फ़िक्र किस बात की, तेरी मोहब्बत को मेरी मोहब्बत से मोहब्बत ही नहीं तो क्या ये मोहब्बत नहीं? #फ़िक्र #मोहब्बत #yqbaba #yqdidi