तुझसे आगे आना नहीं था मक्सद भीख मांग ना भी नहीं था मन्जूर आजादी किसे पंसद नहीं होती और अपने तरीको से जीना किसे मंजूर नहीं होता हम हम ना सही वो औलाद तेरी पर आत्म निर्भर बनना कोई गलत तो नहीं था सोच के देखो सोच के देखो तुम्हें भी बुढ़ापे में पैसा माँगना मंजूर नहीं था हमारी आयु को भी कुछ करने का जुनून बहुत था हाँ ये मेरी बदकिस्मती ही सही की तेरी चाही औलादो के खातीर हमें बदनाम हद तक होना पड़ा होना पड़ा