Nojoto: Largest Storytelling Platform

सायंकाल का समय था | सभी पक्षी अपने अपने घोसले में

सायंकाल का समय था | सभी पक्षी अपने अपने घोसले में जा रहे थे | तभी गाव कि चार ओरते कुए पर पानी भरने आई और अपना अपना मटका भरकर बतयाने बैठ गई | सायंकाल का समय था |
सायंकाल का समय था | सभी पक्षी अपने अपने घोसले में जा रहे थे | तभी गाव कि चार ओरते कुए पर पानी भरने आई और अपना अपना मटका भरकर बतयाने बैठ गई | सायंकाल का समय था |

सायंकाल का समय था | #कहानी