वो घंटे भर की मुलाक़ात तुमसे उस बरसते हुए आसमान वाले दिन काश लौट आएं फिर से मेरे लिए वो बहार वाले दिन मैं तुम्हें निहारूं जी भर के और तुम भी मुझे सोचते रहो फिर ताज़ा रूह करदें मुझे वो सर्दी के खुमार वाले दिन मैं बन जाऊं तुम्हारे लिए छाया तुम बन जाओ मेरे लिए सर्द हवा फिर साथ में जी लें हम गर्मी में वो इतवार वाले दिन #मुलाक़ात #बरसात #बहार #निहारना #सोचना #छाया #हवा #गर्मी