दिसंबर, चाय और ठंड तुम्हारा और मेरा साथ साथ चलना, समय मिलते ही पार्क में घूमना, हाथ पकड़कर स्ट्रीट पर चलना, तुम्हारा बाइक चलाना और मेरा पीछे बैठना.... कितना अच्छा लगता है..... तुम्हारा गुनगुनाना, मेरे बाहों में सोना, छोटी-छोटी बातों पर झगड़ना, मुंह मोड़ कर फिर से गले लगाना........ कितना अच्छा लगता है..... दिसंबर के माह में, स्वेटर और सालों में, कंबल और रजाई ओढ़ कर सोना कितना अच्छा लगता है सुबह सुबह उठना, चूल्हे के साइट पर बैठना फिर तुम्हारा चाय बनाना, प्याली भरकर पिलाना कितना अच्छा लगता है.... #दिसंबर_चाय_और_ठंड Ganesh Barupal Lumbini Shejul ❀꧁zaara꧂