इंसान एक गैस का गुब्बारा हैं उड़ता जाता हैं आकाश मे जब तक उसमे गैस भरी होती है, कितना भी उपर जाऐ एक दिन नीचे ही आता है, कभी तो किसी चीज से टकरा कर फुस हो जाता है, कभी आंधी मे खो जाता है, जल जाता है किसी का शिकार हो जाता है, बहुत खुशनसीब होते है वो गुब्बारे जो शितिर तक पहुँचते है और फिर फुस्स होते है कई तो शिखर तक पहुंच ही नहीं पाते, बहुत इतराते है अपनी उड़ान पर घमंड खाते है कि हम से बड़ कर कोई नहीं ऐसे भी गुब्बारे होते है जो दूसरो का इन्तज़ार करते है कि साथ साथ उड़ेगे तो मज़ा आऐगा, सब का साथ सब का विकास मोदी जी का dialogue, सब गुब्बारो को फुस्स होना है, बिना इतराऐ उड़ो यार!!!हम भी आ रहे है, सब को फुस्स होना है तो ego क़िस बात का हम्म्म्म, चलो उड़े और life को रंगीन, खुशियों से भरपूर बनाऐ साथ साथ क्यों!!!✌️✌️✌️😍😍🌹🙏 ©POOJA UDESHI इंसान एक गैस का गुब्बारा #changetheworld