कुछ दोस्त आज अपनी मोहब्बत की बातें बता रहे थे कौन कितना करता है, कौन आशिक़ बड़ा है बता रहे थे कोई इश्क़ को खुदा ,तो कोई मेहबूब को जान बता रहे थे यूं ही वो अपने अपने यार के लिए प्यार जता रहे थे तभी एक ने हमसे भी पूछा यूं खड़े होके तुम हमें क्यूं देख रहे हो क्या तुम भी अपने इश्क़ के सपने देख रहे हो दूसरे ने भी कुछ मुस्कुराया बोला यार तुम्हीं बता दो कौन है बड़ा हम सभी की जिद्द है इसी पर अड़ा हमने बोला इश्क़ खुदाई यार खुदा है और इसमें ना कोई छोटा या बड़ा है तीसरे ने मुझे यूं निहारा फिर व्यंग लहजे में हमें पुकारा ओ भाई इश्क़ का शायद पता नहीं तुमने शायद कभी दीदार ए यार भी किया नहीं फिर ऐसे केहे जा रहे हो की कोई छोटा या बड़ा नही फिर भी ये बता दो तुमने इश्क़ में अबतक क्या किया है कभी ये खूबसूरत जाम भी क्या पिया है हमने कहा - " शायर" हूं जनाब और फिर एक सन्नाटा सा छा गया शायर हूं जनाब इश्क़ हमें ना सिखाओ चलो छोड़ो यार कुछ और बताओ " नयनसी परमार #nozotohindi#shayari#Dard #Ishq#poetry