इतना भी आसान नहीं हैं, वीर शहीदों की शहादत को भूलना। माँ को अपने लाल से ऐसे बिछड़ना, बहन का भाई की कलाई को छोड़ना। नन्ही सी जान से पिता का साया उठना, दुल्हन की मागँ से सिंदूर उजड़ना। इतना भी आसान नहीं हैं, वीर सैनिकों की कुबार्नी को भूल जाना।PiY@Poonamaggarwal किसी को याद करना हो किसी को भूल जाना हो किसी के पास आना हो किसी से दूर जाना हो किसी का दुख उठाना हो किसी के काम आना हो आसान नहीं होता।