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अजनबी थी ,मिली मुझे रास्ते में थी पुछा मैंने उसे क

अजनबी थी ,मिली मुझे रास्ते में थी
पुछा मैंने उसे कुछ मदत चाहिये मुझे

खो गया हु रास्ता कुछ बताना चॉंहोगी मुझे
वो बोली जानती हू रास्त साथ चलो मेरे

तब मैं उसके साथ चला 
उसने मुझे उस घर तक छोड़ा‌

वापसी मैं‌ जाते वक्त उसने मुझे कहॉं
मेरा घर सामने हैं तुम आना तुमारा मेरे घर में स्वागत हैं..

                           -Atulwaghade






 #yostowrimo में आज की कहानी का विषय है - वापसी। यह वापसी किसी भी तरह की हो सकती है। कई बार हम निश्चय कर रखते हैं कि ऐसा ही करके लौटेंगे मगर ऐन वक़्त पर कुछ अलग ही निर्णय लेना पड़ता है और हम वापिस मुड़ जाते हैं। 
प्रेम से लेकर जीवन के विभिन्न व्यापार में ऐसा होता रहता है। 
#वापसीकहानी  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
अजनबी थी ,मिली मुझे रास्ते में थी
पुछा मैंने उसे कुछ मदत चाहिये मुझे

खो गया हु रास्ता कुछ बताना चॉंहोगी मुझे
वो बोली जानती हू रास्त साथ चलो मेरे

तब मैं उसके साथ चला 
उसने मुझे उस घर तक छोड़ा‌

वापसी मैं‌ जाते वक्त उसने मुझे कहॉं
मेरा घर सामने हैं तुम आना तुमारा मेरे घर में स्वागत हैं..

                           -Atulwaghade






 #yostowrimo में आज की कहानी का विषय है - वापसी। यह वापसी किसी भी तरह की हो सकती है। कई बार हम निश्चय कर रखते हैं कि ऐसा ही करके लौटेंगे मगर ऐन वक़्त पर कुछ अलग ही निर्णय लेना पड़ता है और हम वापिस मुड़ जाते हैं। 
प्रेम से लेकर जीवन के विभिन्न व्यापार में ऐसा होता रहता है। 
#वापसीकहानी  #YourQuoteAndMine
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atulwaghade1868

Atul Waghade

New Creator