Nojoto: Largest Storytelling Platform

तार क्या छेड़ा उसने वो साज टूट गया... घड़ी के पिछे

तार क्या छेड़ा उसने वो साज टूट गया...
घड़ी के पिछे भागे तो घड़ीसाज़ छूट गया....
आदतन पुराना किस्सा छेड़ दिया उसने...
मैं क्या पीछे मुड़ा आज छूट गया....
सुनते हो वो कांच ज़रा संभलकर उठाना....
फिर मत कहना  ये टूट गया... 
यार कुछ तो कमी सी बाकी है यहां....
रक्श में थे , हम-रक्श छूट गया...
और वो कहता था सिगरेट पीना बुरी बात है....
मैंने छोड़ने का सोचा वो खुद छूट गया...

©Manish Choudhary
  #हमरक्श