शरीर और मन की अनुकूलता और प्रतिकूलता को सहन करना ही सहनशीलता है। मानव व्यक्तित्व के विकास और उन्नयन का मुख्य आधार तत्व सौहार्द व सहिष्णुता है। सहनशीलता जीवन शक्ति का पर्याय है इससे व्यक्ति जिंदगी की हर जंग जीत सकता है। सहिष्णुता ही वसुधैव कुटुंबकम, सर्वे भवंतु सुखिनः और सर्व धर्म सद्भाव का आधार है। 🎀 प्रतियोगिता संख्या- 9 🎀 शीर्षक- "सहनशीलता" 🎀 समय सीमा- आज रात 9 बजे तक। 🎀 परिणाम की घोषणा- सुबह 6 बजे के बाद।