तू बंजारिन सी ! जब भी मुझसे दूर जाती है मेरे सुरमई से शब्दों को साथ ले जाती है ! सुनो...💕👨 दिल के गलियारे में जब तक तेरी आहट नहीं आती सच कहता हूं मुझे बिल्कुल भी राहत नहीं आती ! : जब तुम मेरी आँखों से ओझल रहती हो तब तक मुझे नींद नहीं आती देख कर तुझको सुकून आता है मेरे रोम रोम में फुलवारी सी खिल जाती !