है तुम्हारी, कुछ बन कर अपनी ज़िन्दगी बना लू आशना ताकि सर ना झुके तुम्हारी, दूसरों से बातें सुन कर हस कर टालना तुम्ही से सीखा, दर्द में अपनी मुस्कुराहट ना खोना तुम्ही से सीखा, पर आज तुम खुद दूसरो से बातें सुन कर हार मान रही हो, आज अपने दर्द को मुस्कुराहट से नहीं बल्कि अपने गुस्से के सहारे बयान कर रही हो, खड़ा हूं अपने सपनों को आखों में लिए कोई देखने तक नहीं आएगा तोह साथ देना तो दूर की बात है, लेकिन अगर तुम बस मेरे पीछे खड़ी हो जाओगी तोह कितनी उचाई तक जाता हूं कोई देख भी नहीं पाएगा तोह छूना तो दूर की बात है, चोटी सी आशा है तुम्हारी, मालूम है मुझे सर नहीं झुकने दूंगा तुम्हारी....... #छोटी_सी_आशा #love_you_mom