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कभी हँस हँस के रोता हूँ कभी रो रो के हंसता हूँ , त

कभी हँस हँस के रोता हूँ कभी रो रो के हंसता हूँ ,
तू है नदियां  मरुस्थल की , फिर भी  प्यासा मैं  रहता हूँ,

©Pravesh Akela R fml

#MySun
कभी हँस हँस के रोता हूँ कभी रो रो के हंसता हूँ ,
तू है नदियां  मरुस्थल की , फिर भी  प्यासा मैं  रहता हूँ,

©Pravesh Akela R fml

#MySun