खुश्फेहेमी थी उनकी की हम उन्के ही रहेंगे ता उमर भर वो सितम पे सितम किये जा रहे थे लेकिन कब तक एक दिन वो दिल से उतर गये ओर जख्म दिल क कुछ ही लम्हो में भर गये ©Riyashaikh #EarthDay2021