दू:स्वप्न की अजीब उलझन है बाधा विघ्नों की कठिन डगर है परिस्थितों से तुम घबराना नहीं रूक जाना नही थक जाना नही तुम्हे पार करना है काटों का सफर रह जाना तुम कुछ पल घुटकर सब पास तुम्हारे फिर आएंगे मोतियों की माला तुम्हे पहनाएंगे सब कुछ बदला बदला सा होगा जो तुम चाहोगे वो सब होगा बस अब बचा कुछ पल कठिन डगर रूक जाना नही थक जाना नही #लाइफ #स्ट्रगल #मोटिवेशनल