दर्द में मर्ज क्या है भला क्या देखना जब इश्क कर लिया है तो रिश्ता क्या देखना फकीर दुनिया आज भी है कल और परसों भी रहेगी जब मोहब्बत ही चाँद हो तो भला चाँद का क्या देखना और शक्ल देखकर टूट जाते हैं आईने जिनके उनसे कहो खुबसूरत हो तुम भला अब आईना क्या देखना सफर चलता ही रहता है रास्ते कहाँ खत्म होते हैं सफर करते रहो तुम तो फिर हमसफर का क्या देखना साथ छोडनें बाले तो यू ही मुकर जाते हैं बीच रास्ते मे नशीली कलम हमसफर ही जिनका सफर हो तो मुसाफिर का क्या देखना हम तेरे होंगे एक रोज ये मुकर्रर हुआ है तकदीर मैं जब किताब ऐ जिंदगी तुम हो तो तकदीर का क्या देखना ©नशीली कलम #जिदगी #दास्तां_ए_मोहब्बत #alonesoul #सफर# #chaand💓