Nojoto: Largest Storytelling Platform

बेटियां... कोई ख़ंजर और न मुझको बरछियां अच्छी लगीं

बेटियां...

कोई ख़ंजर और न मुझको
बरछियां अच्छी लगीं,
फूल पर उड़ती हुई
सब तितलियां अच्छी लगीं,
यह हक़ीक़त हैं के
बेटा भी ज़रूरी हैं मगर,
मुझको बेटों से ज़्यादा
बेटियाँ अच्छी लगी ..

©Kiran Chaudhary
  betiya
kiranchaudhary7400

Kiran Chaudhary

New Creator
streak icon179

betiya #Shayari

128 Views