ये देश कितना प्यारा है , ये धरती ये आसमाँ कितना खूब उसने इसे सजाया है, दिन में सूरज और रात में चमकता चाँद कितना प्यारा है सजी ये धरती इसकदर कि चमकते तारों की तरह बल्बों का उजाला है, ये देश हमारा दुनियाँ में न्यारा है " {H Hetta Narender} ये देश कितना प्यारा है