Nojoto: Largest Storytelling Platform

थोड़ा सा थक गया हूँ दूर निकलना छोड़ दिया है पर ऎसा

थोड़ा सा थक गया हूँ
दूर निकलना छोड़ दिया है
पर ऎसा नहीं है
की हमने चलना छोड़ दिया है
फासले अक्सर रिश्तों में
दूरी बढ़ा देते हैं
पर ऎसा नहीं है
की हमने अपनों से मिलना छोड़ दिया है
हाँ ज़रा अकेला हो गया हूँ
दुनिया की भीड़ में
पर ऎसा नहीं है
की हमने अपनापन छोड़ दिया है
याद करता हूँ अपनों को
परवाह भी है मन में
बस अब इतना ही करता हूँ
बताना हमने छोड़ दिया है ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
 बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,
थोड़ा सा थक गया हूँ
दूर निकलना छोड़ दिया है
पर ऎसा नहीं है
की हमने चलना छोड़ दिया है
फासले अक्सर रिश्तों में
दूरी बढ़ा देते हैं
पर ऎसा नहीं है
की हमने अपनों से मिलना छोड़ दिया है
हाँ ज़रा अकेला हो गया हूँ
दुनिया की भीड़ में
पर ऎसा नहीं है
की हमने अपनापन छोड़ दिया है
याद करता हूँ अपनों को
परवाह भी है मन में
बस अब इतना ही करता हूँ
बताना हमने छोड़ दिया है ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,
 बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,