शौक रखते हैं वो सब अपनी विरासतें बताने का वो किस के पोते हैं और कौन उनके नाना हैं। गुलामों की चाकरी ने सर उनके चढ़ाए हैं जो क्लर्क नहीं बन सकते उन्हें देश चलाना है। (कृपया पूरी रचना अनुशीर्षक में पढ़ें) जिस तरह बड़े नेताओं के नाती, पोतों की नई पीढ़ी अपने आप को नैसर्गिक नेता समझ रही है और जिस तरह का उनका आचरण है उसी से प्रेरित के एक रचना। शौक रखते हैं वो सब अपनी विरासतें बताने का वो किस के पोते हैं और कौन उनके नाना हैं! जब पूछो राष्ट्र क्या है