आज फिर चाहत गलियों में दोस्तों के साथ गुमनाम होने को है, दिन भर भटकता हूँ धूप में सोचकर शायद अब शाम होने को है, गर्मियों में एक चीज़ का सब से अधिक इंतज़ार रहता है तो वो है शाम। शाम एक अड्डे की तरह है जहां दोस्त जमा होते हैं। अपने दोस्तों को invitation लिखें। #शामहोनेकोहै #yqdidi #yqbaba #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbhaijan #yqtales #shayari