हम लोग वक़्त बतलाते है आने वाला चेतावनी सुनाते है समय की बदलते तापमान की सुलगते भूमंडल की समय तो चलता है अनवरत अपनी चाल इसे कोन रोक सकता है जो होना हो.होता है अपवाद मृत्यु के मृत्यु होती है पर पल हर समय सिर्फ मानव की नहीं उसका तो सत्य मालूम है जो आया है वो जाएगा मृत्यु होती है पेड़ पौधों की पशुओं की पक्षियों की हमारे 4 जी 5 जी आधुनिक अनुसाधनो से वो नहीं लौटते अपने घर सुबह के भूले हुए हम मार देते है उन्हें अकल्पित मौत ऐसा नहीं हम बचाना नहीं चाहते इनको हम बचाना चाहते है समस्त प्रकृति इसके लिए हमने बनाए है विश्व स्तर पर संगठन हम लगाते है हर वर्ष अरबों पौधें हम बचाते है पानी सिर्फ फेसबुक पर इंस्टाग्राम पर ट्विटर पर... ©Kunwar arun ¥ #BhaagChalo #wordenvironmentday