तुम बिन अब खुश रहते हैं ऐसा लोगों को दिखाते हैं। मेहनत ज्यादा करते हैं काम काज बढ़ गया है पर तनख्वाह उतनी ही पाते हैं। खींचे मरोड़े दबाए हम जाते हैं पर मजबूती अन्दर से रखते हैं। बुनियादी सुविधाओं के भी मोहताज हैं फिर भी जीवन की धारा में बहते जाते हैं। कैसे कह दें हम कि तुम बिन अब खुश रहते हैं. . . . खुश 😌 #तुम बिन #yquote reeta