पूरी महाभारत में वास्तव में यदि कोई धार्मिक है तो वो बस अर्जुन ही है। बाकी सब को धर्म का कुछ पता ही नहीं है। बाक़ी सभी लोग या तो अपने वचन का पालन कर रहें हैं या फिर अपने कर्तव्य का पालन कर रहें हैं। वहाँ धर्म का पालन कोई नहीं कर रहा है। ऐसा आज भी है मगर तब तो एक अर्जुन का सहारा तो था और अब अर्जुन भी न रहा इस धर्म भूमि पर। यहाँ पर सभी लगे हैं अपने वचन(commitment/task) को पूरा करने में या फिर अपने धन(show off) को बढ़ाने में और एक नए नर्क को बनाने में जिससे उसमें अपने जीवन की आग को ठंडा कर सके। क्योंकि धर्म का पालन करने के लिए उस आग या ज्वाला को और अधिक बढ़ाना होता है एक ऊँचे लक्ष्य को प्राप्त करने में। (मेरे राम) ©Himanshu Tomar #मेरे_राम #धर्म #love #प्रेम #आज_का_युग #जीवन_लक्ष्य #योद्धा #धर्मभूमि #कर्मभूमि #Journey