ना तुमने कभी बोला ना कभी मैंने कहना जरूरी समझा प्यार था या नहीं यह बस एक सवाल ही रह गया प्यार जो था हम दोनों का सच्चा शायद इसलिए शब्दों का कभी मोहताज़ ना हुआ दिल की चाहत दिल तक पहुंँच ही जाती आँखों से बयां तार दिल के जुड़ जाते हम दोनों ही एक दूजे के हर छोटी छोटी चाहत को समझ जाते दिल तो क्या प्यार में जान भी हाज़िर हम आज भी हैं खड़े वहीं करता मुंतजिर मैं भी तुम्हारी हर अदा पर फ़िदा दिल दुआ करता खुदा से ना हो कभी एक दूजे से जुदा कभी ज़रूरत ना पड़ी इज़हार–ए–मोहब्बत की पर आज दे दूंँ अपनी जान तेरी मोहब्बत में लो आज एक तोहफ़ा क़बूल करो माना की मेरे पास कुछ ख़ास नहीं पर भी लाया हूंँ तुम्हारे लिए एक ख़त मेरी तरफ़ से।— % & #valentineswithat #atpaidtask #aestheticthoughts #love #yqaestheticthoughts #yqdidi #yqbaba #valentinesweek