परी हो तुम Dedicating a #testimonial to Sakshi Trivedi परी हो तुम, सबके दिल से पीड़ा चुरा, उनकी हथेली पे सुख रखती हो, डूबती सांसों को, सहारा देने का हौसला रखती हो, तुम्हारी वाणी , मिठास से भरी है,