माय गे संघर्ष बहुत छै जिन्गी मैं पर हम हारबौ नय .. गिरबौ, परवौ पर फेनु लड़वौ जब तक मिलै नय मंजिल हमारा तब तक इ बोझ हम्मैं अपनौ कंधा से झाड़बौ नय माय गे संघर्ष बहुत छै जिन्गी मैं पर हम हारवो नय .. लोग सब ढेरी कुछ बोललकै पर चुप छियो हम्मैं अब तक केहने कि आंखों मैं एके गौ अब ख्वाब छै अपनौ काम सै अब सब दैकै जबाब छै करि लेबै हम्मैं इ सब एक दिन एतना टा हमरा विश्वास छै मंजिल पावै के भुत चढ़लौ छौ अब हमरो कपार पर इ भुत कै अब हमैं उतारबौ नय माय गे संघर्ष बहुत छै जिन्गी मैं पर हम हारवो नय .. ©Ranjesh Singh #Angika #Poetry #Ranjesh #Hindi #moonlight