बदल जाते है लोग वक़्त की तरह, किसकी क़दर करूँ, हक़दार की तरह बदला है आज मौसम, सरदार की तरह जिसके लिये ख़ुद की दे दी, क़ुरबानी नामे मोहब्बत मे बदल जाते हैं लोग,अब वक्त की तरह Navya sharma