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वो अकड़ में शांत बैठी थी...... और मैं गुस्से में त

वो अकड़ में शांत बैठी थी......
और मैं गुस्से में तिलमिला उठा .....
ना बात उसने की और ना मैं बोला.....
फिर न जाने कहां से ये जलजला उठा....
अकड़ तो बस बहाना है अब इश्क नहीं रहा हमसे....
मैं जानता तो था ये बात, न जाने क्यों झल्ला उठा....

©Manish Choudhary #puraani baat
वो अकड़ में शांत बैठी थी......
और मैं गुस्से में तिलमिला उठा .....
ना बात उसने की और ना मैं बोला.....
फिर न जाने कहां से ये जलजला उठा....
अकड़ तो बस बहाना है अब इश्क नहीं रहा हमसे....
मैं जानता तो था ये बात, न जाने क्यों झल्ला उठा....

©Manish Choudhary #puraani baat