आओ जीवन के इस पल में,जो जाने कब अंतिम हो जाए एक भूखे को रोटी देकर हम भी अपना फ़र्ज़ निभाए उन दियो का मान रखे जो थे मिलकर संग जलाए मानवता की इस पंक्ति में हम सबसे आगे हो जाए । द्वारा :- वैभव राठौर अपना फ़र्ज़....