अऐ नऐ साल बता तुझमें नया क्या है? हर तरफ़ ख़लाक ने क्यू शोर मचा रखा है रौशनी दिन की वही, तारों भरी रात वही आज हमको नज़र आती है, हर बात वही आसमान बदला है, ना बदली ये अ़फसुरदा ज़मीन एक हिन्द का बदलना कोई जिद्दत तो नहीं पिछले बरसो की तरह होंगे करीने तेरे किसे मालूम नहीं बारह महीने तेरे, बे - सबब देते है क्यू लोग मुबारक - बादे सब क्या भूल गए वक्त की वो कड़वी यादें तू नया है तो दिखा, सुबह नई, शाम नई वरना इन आंखों ने देखे है नए साल कई!! #2020 🤗 #poetry #shaiqueYusufzai #nojotoshayri