खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूं पी के संग जीत गयी तो पिया मोरे हारी पी के संग साजन ये मत जानियो तोहे बिछड़त मोहे को चैन दिया जलत है रात में और जिया जलत बिन रैन Sufi wri