दुनिया का फसाना छोड़ देती हूं। अब खुद पर ही भरोसा करना सीख लेती हूं। जीवन का संगीत कुछ यू बुन लेती हूं। चांद तारों को भी साथ जोड़ लेती हूं। मन मंदिर की ज्योति जला लेती हूं। ममता का सागर बहा देती हूं। पुष्प बन खुशबू से जीवन को महका लेती हूं। होठों पर मुस्कान भर लेती हूं। एक ही जगह रुकना छोड़ देती हूं। मैं वापस खुद को मोड़ लेती हूं। मतलबीयो के साथ चलना छोड़ देती हूं। कदमों को वापस अब फेर लेती हूं। सब कुछ भुला कर आगे बढ़ लेती हूं । चलो अब खुद को खुद में समेट लेती हूं। -शिखा #जीवन #जज़्बात #शायरी #मोटीवेशनल #notojo #fistquotes ❣️🤗💐🙏 #girl