घर से कम ही निकलति है पर हँस कर मुझे देखती है मैं देखलूं तो थोड़ा समभलति है फिर उसकी पलखें अँखे ढकती हैं वो यहीं नही रूकति, वो फिर थोड़ा हँसति है. मलाल तो इस बात का है कि उसे कैसे समझाएँ हम समझते हैं पर वो इस हँसी का मतलब नहीं समझ ति है। #lines did u get the mean of her smile.