सोचा था "हृदय" आज बसंत की बयार को हम सदाबहार लिखेंगे, पर पतझड़ आया कुछ यूँ कि माँ शारदे से बिछुड़कर सारे शब्दागार झड़ गए...!!! -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #creativeminds #मंजुलाहृदय #बसंत_पंचमी #Rekhasharma #feb 16th, 2021 @10:06 pm