नहीं कर सकता ऐसी मोहब्बत जिसमें खुद को ही भूल जाऊं नहीं पा सकता ऐसी शोहरत जिसमें खुद चकनाचूर हो जाऊं दौलत के तकाजे पर तौल कर खुद को बिकवाना मैं नहीं चाहता खुशी, हंसी को बेचकर गमों का अम्बार लगाना मैं नहीं चाहता जी लिया जीवन को खुद के देखे सपनों से औरों के सपनों में आग लगाना मैं नहीं चाहता ©kirtesh #myself #nojoto #poem