तुम्हारी ये चाहत भरी लब्ज़ ... अब इन रिश्तों से मेल नहीं खाते... तुम्हारे ये लब्ज़ तो उन रिश्तो के हैं... जिसे तुम पहले ही तोड़ चुके हो...।। #प्यार_की_बाते