काश कि यह दिल ना होता , ना ही होते ज़ज्बात । तो अश्क आखों से ना झरते , ना लब कुछ कहने को तरसते । ना दर्द का अहसास होता, ना फिर कोई किसी का साथ खोता । रश्मि वत्स । ©Rashmi Vats #शायरी #दिल#ज़ज्बात#अश्क#लब