White वो बचपन की यादे वो दोस्तों की बातें सब बस याद बनकर रह गए जिंदगी को जिंदगी बनाने वाले दोस्त ना जाने किधर गए वो छोटी-छोटी बातों पर लड़ना फिर थोडे वक़्त मे मान जाना यह बस यादों के किस्से बनकर रह गए सब दोस्त ना जाने क्यों बिछड़ गए वो गालियाँ गावं की वो मस्ती पेड़ के छाव की दर्द दिल का दास्तान बनकर रह गए वो दोस्त अब ना जाने किधर गए माना कि एक दूजे को हम फूटी आँख ना सुहाते थे फिर भी कुछ पल को दूर ना रह पाते थे अब बचपन से पचपन बनकर रह गए जिंदगी को जिंदगी बनाने वाले दोस्त ना जाने किधर गए ©Rohan Rajasthani #Dosti