तुम सुनो तो बताऊं जज़्बात क्या थे, अब ये न पूछना के मैं अलफ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ, कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ ✍jeetu #kashyap