किसी और के बस की बात नहीं हूँ मैं। तुझे अच्छा कैसे लगु सितारो भरी रात नहीं हूँ मैं ।। तेरी फरमाइशों पे बदलता फिरता हूँ हर बार खुद को । अरे एक ही तो हूँ , छे सात नहीं हूँ मैं ।। #ekhihumai