कांटों की गुफ्तगू में फूल तो नहीं आए क्या हुआ जो हम आए तुम तो नहीं आए कश्ती डूब गई किनारे के पास तो भी जिनको आता था तैरना वो भी नहीं आए सब रखते है अपने काम से काम आजकल तू बचाले इस दुनिया को इसका कल आए या ना आए सबको मुस्तकबिल की फिक्र भी है और लापरवाई भी पेड़ काटते जाने है कल को सांस आए या ना आए AMAN ARORA ©Aman Arora #SaveTree🌳 #SunSet