Unsplash न इश्क़ की फुरसत ली न इश्क़ में तवज्जु दिया पहले इज़हार किया फिर अफ़सोस किया कभी थामता था दामन जिनका इश्क़ में इश्क़ में उन्हीं ने हमको बदनाम किया बड़ी फुरसत से मिलता है वो अब गैरों से हम जो दिख जायें तो पहचानने से इनकार करता है हमने भी पी लिया घूट तन्हाई का इस वाक़िए पर अब जो बिसरे से भी वो आए तो इनकार करना है।। ©Shubham Mishra (Raj) #traveling poetry lovers hindi poetry on life Sushant Singh Rajput love poetry for her love poetry in hindi