वो चैन से सो रहे हैं शहर बेचकर,, कोई सुहाग बचा रहा जेवर बेचकर,, बाप ने उमर गुजार दी घर बनाने में,, बेटा उसकी सांसे खरीद रहा घर बेचकर,, बर्बाद हो गये कई घर दवा खरीदने में, कुछ लोगों की तिज़ोरी भर गई जहर बेच ©Rajendra Patel #Hopeles