संपर्क आँखों का रोज़ाना कुछ बताना चाहता है कर के मजबूरी पर्दे में यह गले लगाना चाहता है विवादों की कोई तो यह दीवारें गिराना चाहता है यह आग बुझ भी जाए मगर कैसे कोई तो है जो इसे चिंगारी सुलगाना चाहता है गैरों के बस की बात नहीं कोई अपना है जानकार जो रिश्तों में सेंध लगाना चाहता है ©Neeraj Sharma #Light #Fact #rishte #Aag #chingari