मन शांत कर लूँगा तू नहीं तो फिर, तेरी मुतशाबेह ही मिल जाए कोई, तेरी सीरत पर मरता हूँ, उसकी सूरत पर मर लूँगा! जब तेरी याद आएगी, उसे बिठाकर अपने सामने; खुद को तसल्ली दे देकर, मन को शांत कर लूँगा !! मुतशाबेह - हमशक्ल #fantasy #musingtime #musings #falsehopes #falsestatement